बंदरों से निकला वायरस कैसे दुनिया में फैला रहा दहशत, भारत में भी मंकीपॉक्स अलर्ट, मुंबई में बना आइसोलेशन वार्ड
मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के निकट संपर्क के माध्यम से या वायरस से दूषित सामग्री के माध्यम से मनुष्यों में फैलता है। ऐसा माना जाता है कि यह चूहों, चूहियों और गिलहरियों जैसे जानवरों से फैलता है।
महामारी दुनिया का पीछा नहीं छोड़ने का नाम नहीं छोड़ रही है। ढाई बरस का दौर लॉकडाउन, बैन आदि इत्यादि झेलने के बाद वैक्सीन की छावं तले कोरोना का कहर कम हुआ है। टीका आने के बाद से कोरोना की रफ्तार पर विराम लगा है। किम जोंग वाले नॉर्थ कोरिया और जिनपिंग के चीन जैसे अपवादों से इतर बाकी दुनिया कोविड से पहले के युग में लौट रही है। सामान्य हो रहे जन-जीवन के बीच एक नई बीमारी ने दस्तक दी है, जिसका नाम मंकीपॉक्स है। हम बचपन से सुनते आ रहे हैं कि हमारे पूर्वज बंदर थे और समय के साथ धीरे-धीरे हमने खुद को विकसित किया। डार्विन की ‘थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन से इतर बंदर से निकला वायरस इंसानों को इन दिनों खूब परेशान कर रहा है। आलम ये है कि महज 15 दिनों के भीतर इसने 15 देशों में अपने पाव पसार लिए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चेतावनी दी है कि किसी भी देश में इस बीमारी का एक मामला भी आउटब्रेक माना जाएगा। भारत भी मंकीपॉक्स को तेजी से फैलता देख अलर्ट हो गया है।